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उज्जैनएक घंटा पहले
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लोकमान्य तिलक विद्यालय परिसर में चल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्य क्षेत्र के 21 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग द्वितीय वर्ष (सामान्य) का समापन रविवार शाम को क्षीर सागर मैदान पर हुआ। इस अवसर पर मध्य क्षेत्र के क्षेत्र सहकार्यवाह हेमंत मुक्तिबोध ने कहा कि आज समाज को अपने आसपास के परिवेश के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। समाज में भारत, भारतीयता और हिंदुत्व के प्रति एक विकृत विमर्श खड़ा करने की कोशिश हो रही है। पाठ्यक्रम, कला, साहित्य, आदि क्षेत्रों को हिंदुत्व विरोधी विमर्श का केंद्र बनाया जा रहा है।
सहकार्यवाह मुक्तिबोध ने कहा कि हिंदू समाज को एक समग्र ईकाई की तरह न देखते हुए उसे जातियों, वर्गो और श्रेणियों में विभाजित समाज के रूप में चित्रित किया जा रहा है। इसी चिंतन के फलस्वरूप संघ में दैनिक शाखा तथा विभिन्न प्रकार के वर्गो का काम प्रारंभ हुआ। उन्होनें कहा कि संघ के वर्गों में शारीरिक तथा बौद्धिक प्रशिक्षण और सामूहिकता तथा सहजीवन के संस्कार प्राप्त कर स्वयंसेवक समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करते हैं। इस दौरान मुख्य अतिथि दीपक जाटव ने भी प्रशिक्षार्थी स्वयंसेवकों को संबोधित किया। कार्यक्रम में वर्ग के सर्वाधिकारी चरणजीत सिंह कालरा व महानगर सह संघचालक योगेश भार्गव मौजूद थे।
स्वयं सेवकों ने दंड युद्ध व संचलन का प्रदर्शन किया-
संघ के मध्य क्षेत्र (मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़) के स्वयंसेवको का प्रशिक्षण 15 मई से लोकमान्य तिलक विद्यालय परिसर में चल रहा था। प्रशिक्षण के लिए मध्य क्षेत्र के प्रांतों से 326 प्रशिक्षार्थी स्वयंसेवक 21 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग में प्रशिक्षण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान स्वयंसेवकों को 46 शिक्षकों द्वारा शारीरिक व बौद्धिक प्रशिक्षण दिया गया। समापन के अवसर पर आयोजित प्रकट कार्यक्रम में स्वयंसेवकों द्वारा निरुद्ध, दंड युद्ध, दंड संचलन, पीरामिड, दंड समता, योग और आसन का प्रदर्शन किया। इस दौरान गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।
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12600 परिवारों से राम रोटी का सहयोग प्राप्त हुआ-
संघ शिक्षा वर्ग में आए 326 प्रशिक्षार्थी स्वयंसेवकों और 46 शिक्षकों के लिए उज्जैन के 600 परिवारों से लगातार 21 दिन तक 10 रोटी प्रति पैकेट से अर्थात 12600 परिवारों से राम रोटी का सहयोग प्राप्त हुआ।
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