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सिवनी7 मिनट पहले
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सिवनी जिले के सरकारी डॉक्टर्स भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर उतर गए हैं। और आज 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिस पर नर्सिग स्टाप भी उनका साथ दे रहा है।
कल 2 घंटे किया काम बंद:- सोमवार को कुछ डाक्टरों ने काली पट्टी बांधकर काम किया।मंगलवार को डाक्टरों ने ओपीडी में दो घंटे काम बंद रख सांकेतिक हड़ताल की।इसके चलते यहां पहुंचे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मांगो को लेकर पूर्व में भी दे चूके हैं ज्ञापन:-डाक्टरों ने बताया कि उनके द्वारा पूर्व में भी ज्ञापन सौंपा गया था।लेकिन सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया।चिकित्सा महासंघ को महसूस हो रहा है कि उच्च स्तरीय समिति के सर्वसम्मति में प्रस्तुत प्रतिवेदन को लागू न करके सभी साथी डाक्टरों के साथ वादाखिलाफी की जा रही है। अस्पताल में डाक्टरों की उपस्थिति ना होने से यहां पहुंचने वाले स मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।मरीज समय पर उपचार ना होने के कारण उन्हें निजी अस्पताल की शरण लेना पड़ेगी।
बड़ी संख्या में पहुंचते हैं मरीज:- 400 बिस्तर वाले अस्पताल इंदिरा गांधी जिला अस्पताल में प्रतिदिन सात सौ से आठ सौ मरीज यहां पहुंचते हैं। ऐसे में डाक्टरों द्वारा कार्य नहीं किए जाने से मरीज व उनके स्वजनों को खासी परेशानी हो रही है।
ये हैं मांगे:- डॉक्टरों की मांगे हैं कि केंद्र सरकार बिहार और अन्य राज्यों की तरह प्रदेश के चिकित्सकों के लिए डीएसीपी योजना का प्रावधान हो। स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग और ईएसआई की वर्षों से लंबित विसंगति दूर की जाए।चिकित्सकीय विभागों में तकनीकी विषयों पर प्रशासनिक अधिकारियों का हस्तक्षेप दूर किया जाए।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा चिकित्सकों (एमबीबीएस) की एमपीपीएससी के माध्यम से की जाने वाली नियुक्ति चयन प्रक्रिया में प्रतिशत परिधि को समाप्त कर संशोधन किया जाए।जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की ग्रेजुएशन के बाद ग्रामीण सेवा बॉन्ड राशि को कम किया जाए और ट्यूशन फीस भी कम की जाए जो देश में सबसे अधिक है।विभाग में कार्य समस्त बंधपत्र चिकित्सकों का वेतन समकक्ष संविदा चिकित्सकों के समान किया जाए।
आठो विकास खंड के चिकित्सक हड़ताल में:- सिवनी मुख्यालय सहित जिले के आठो विकासखंड के डॉक्टर हड़ताल में हैं। जिसके कारण स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ाएंगी। स्थिति को देखते हुए आयुष व होम्योपैथिक डॉक्टरों द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत काम किये जाने के आदेश जारी किये गए हैं।
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