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ग्वालियर3 घंटे पहले

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एसडीओपी के समझाने के बाद पिता से माफी मांगता बेटा

  • घाटीगांव डीएसपी ने फिर अनोखे अंदाज में किया फैसला

ग्वालियर में एक 75 वर्षीय वृद्ध पिता को शराबी बेटा बेरहमी से पीटता था। बेटे के जुल्म की इंतहा तब हो गई जब मारपीट कर उसने पिता को घर से बाहर निकाल दिया। बेवस वृद्ध घाटीगांव SDOP संतोष पटेल के ऑफिस जा पहुंचा। उस समय DSP पटेल दफ्तर में नहीं थे। जिस पर वृद्ध एक कोने में बैठकर पन्नी में लाए पराठे को खा रहा था। जब DSP पहुंचे तो वृद्ध की सादगी और चेहरे पर परेशानी को समझ गए। पहले उनसे बाद की फिर एसडीओपी ने बुजुर्ग के बेटे को बुलाकर सख्त लहज़े में समझाया, बेटा अपने किए पर शर्मिंदा हो गया और पिता के पैरों में गिर कर नाग रगड़ कर माफी मांगने लगा। एसडीओपी की समझाइश का ऐसा असर हुआ कि बीते 8 दिन से उनके घर में पूरी तरह से शांति है। सोशल मीडिया पर अब यह पोस्ट काफी वायरल हो रही है।

ग्वालियर जिले के आरोन गांव में रहने वाले 75 साल के मिश्री लाल जाटव अपने बेटे की करतूत से परेशान थी। बेटा सोनू जाटव अपने पिता मिश्रीलाल के साथ बदतमीजी करता था और शराब के नशे में मारपीट भी करता था। बुजुर्ग मिश्रीलाल ने कई बार आरोन थाने में बेटे की शिकायत की लेकिन कोई हल नहीं हुआ पुलिस ने भी पारिवारिक मामला बताकर इसमें दखल देने से इंकार कर दिया था। करीब सप्ताह भर पहले बुजुर्ग मिश्रीलाल घाटीगांव एसडीओपी संतोष पटेल के दफ्तर में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। बुजुर्ग ने बताया कि उनका बेटा सोनू शराब के नशे में अपनी मां के साथ मारपीट करता है, समझाने पर पिता और भाई के साथ भी हाथापाई पर उतर आता है। सोनू पिछले कई दिनों से जमीन अपने नाम कराने की बात को लेकर घर में झगड़ा और मारपीट कर रहा है।
पहले समझा मामला फिर किया न्याय
SDOP संतोष पटेल ने पहले बुजुर्ग मिश्रीलाल को बैठाकर उससे बातचीत की। इस दौरान पुलिस स्टाफ ने मिश्रीलाल को खाना भी खिलाया और उसके बाद SDOP पटेल अपनी गाड़ी में बैठा कर मिश्रीलाल को आरोन थाना पहुंचे। SDOP ने बुजुर्ग के बेटे सोनू को आरोन थाने में बुलवाया। करीब 3 महीने पहले भी सोनू ने अपनी मां के साथ मारपीट कर उनके हाथ तोड़ दिए थे इस मामले में पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 10 दिन जेल की हवा खाने के बाद सोनू रिहा हो गया था। यहां SDOP ने सोनू के कान खींचे और सख्त लहजे मंे उसे समझाया तो उसे समझ में आ गया कि अब गुंडागर्दी नहीं चलेगी।
नाक रगड़कर मांगी पिता से माफी
एसडीओपी संतोष पटेल ने पहले तो सोनू को अपने सख्त पुलिसिया लहजे में समझाइश दी फिर सोनू और उसके पिता को बैठाकर आपस में बात कराई। बातचीत के दौरान सोनू को अपनी गलती का एहसास हुआ फिर वह अपने पिता के पैरों में सिर रखकर माफी मांगने लगा। पुलिस ने थाने से दोनों पिता-पुत्र को घर पहुंचा दिया। इस घटना को 8 दिन का वक्त बीत गया और अब घर मे शांति भी है।

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