[ad_1]
उज्जैन15 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/21/sad_1684636091.jpg)
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार तड़के भस्म आरती के दौरान 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। इसके पश्चात भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया गया। दूध, दही, घी, शक्कर, ताजे फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवे से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार कर भस्म अर्पित की गई।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/21/whatsapp-image-2023-05-21-at-54506-am_1684636357.jpg)
रजत चंद्र, त्रिपुण्ड अर्पित और आभूषण सहित शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की भगवान महाकाल ने। फल और मिष्ठान का भोग लगाया भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/21/whatsapp-image-2023-05-21-at-54505-am_1684636383.jpeg)
[ad_2]
Source link