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धार18 मिनट पहले

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चिटफंड कंपनी में निवेश करने के नाम पर धार के कुछ लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी हो गई। गुरुवार को पीड़ित एसपी कार्यालय में पहुंचे, यहां पर कार्रवाई को लेकर एक आवेदन सौंपा है। निवेशकों के साथ हुई ठगी की जानकारी सामने आने के बाद अब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी पुलिस के सामने कुछ लोग ही आए हैं। जबकि अंदाजा लगाया जा रहा है कि ठगी का यह मामला करोड़ों रुपए का भी हो सकता है।

इधर आवेदन सौंपने के बाद कोतवाली पुलिस ने धार में जिस व्यक्ति को कंपनी ने अपना मैनेजर को लेकर थाने पर आई हैं। जहां पर आगे की पूछताछ अब पुलिस कर रही है। हालांकि देर शाम खबर लिखे जाने तक पुलिस प्रकरण की जांच करने की बात कह रही है।

मूल राशि का तीन गुना करने का लालच दिया था

एसपी कार्यालय में सौंपे आवेदन में अखिलेश चौधरी, कार्तिक पाटीदार, दिनेश राठौर ने बताया कि कंपनी से जुड़े हुए रितेश पांचाल, भारती पांचाल, विशाल शाह, हर्षिक पांचाल व शुभम तिवारी सभी निवासी महाराष्ट्र ने स्वयं को महाकाली ग्रुप ऑफ कंपनी का मालिक बताया था। महाराष्ट्र के लोगों ने धार के श्रद्धा गार्डन में जून 2022 में नवीन निवेशकों को लुभाने के लिए सहभोज का एक कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसमें निवेशकों को निवेश की गई मूल राशि का तीन गुना राशि 9 माह में लौटाने का वादा किया गया।

जिसमें भारी भरकम रिटर्न देने का लालच व प्रलोभन दिया गया था। कंपनी की और से भारत सरकार द्वारा जारी कुछ दस्तावेज भी बताए थे। जिसमें एसएम ट्रेड व एसएम गोल्ड का मालिक महाराष्ट्र के लोगों ने स्वयं को बताते हुए कंपनी की धार शाखा का कार्यालय मारुति पुरा बताया था। इसमें मैनेजर पंकज सोलंकी को भी अधिकृत किया गया।

आईडी से बिजनेस संचालित

पीड़ितों ने पुलिस को सौंपे आवेदन में बताया कि हमारे व परिवार के सदस्यों के नाम पर राशि जमा करवाते हुए मोबाइल स्मार्ट फोन में मेज एक्स3-एक्स के नाम से ऑनलाइन आईडी बनवाई गई। उसी फोन से बिजनेस संचालित होने लगा, जिसके कारण ही पीड़ितों ने अपनी राशि दी थी। किंतु समय-समय पर आने वाला रिटर्न देने का जो आश्वासन दिया गया था। उस अनुसार राशि पीड़ितों को वापस नहीं मिली।

ऐसे में धार के स्थानीय मैनेजर पंकज सोलंकी को लेकर पीडित मुंबई स्थित कंपनी के डायरेक्टर से मिलने गए व निवेश की गई राशि को लेकर चर्चा की। जिसके बाद एक माह में राशि लौटाने का आश्वासन देकर लिखित एग्रीमेंट करवाया था, हालांकि अभी तक कंपनी की और से कोई राशि पीड़ितों को नहीं मिली है। थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान के अनुसार आवेदन प्राप्त हुआ है। संबंधित पीड़ितों से चर्चा कर मामले को समझ रहे है। उसी आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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