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ग्वालियरएक मिनट पहले

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मरीज की इलाज के दौरान मौत होने के बाद रोते-बिलखते परिजन - Dainik Bhaskar

मरीज की इलाज के दौरान मौत होने के बाद रोते-बिलखते परिजन

  • जेएएच स्थित हजार बिस्तर के अस्पताल की घटना

ग्वालियर में एक अजीब मामला सामने आया है। एक गंभीर मरीज के परिजन ने किसी बात से डॉक्टरों पर बिगड़ते हुए अपने पेशेंट को अन्य हॉस्पिटल में ले जाने के लिए वेंटीलेटर से लगा ऑक्सीजन पाइप हटा दिया। डॉक्टरों ने विरोध किया तो बहस होने लगी। इसी बीच पेशेंट की ऑक्सीजन न मिलने से मौत हो गई। इस पर मरीज के परिजन आक्रोशित हो गए और वेंटीलेटर तोड़ दिया।

इतना ही नहीं पास ही रहे स्टेथो स्कॉप, बीपी मशीन,ईसीजी मशीन भी तोड़ दी और पास ही रखे सरकारी दस्तावेज तक फाड़ दिए। जब परिजन को समझाना चाहा तो डॉक्टरों से मारपीट की गई। घटना शुक्रवार शाम जेएएच समूह के हजार बिस्तर के अस्पताल में हुई है। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। साथ ही ड्यूटी डॉक्टर प्रतीक बागड़े की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली है। इधर मरीज के बेटे के का कहना है कि डॉक्टरों ने ऑक्सीजन पाइप खींचा और हमें पीटा। डॉक्टरों को अस्पताल में कौन मार सकता है।

75 वर्षीय पातीराम, जिसकी मौत के बाद बवाल मचा

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ऑक्सीजन पाइप खींचने के बाद हुई मौत
जयारोग्य अस्पताल समूह स्थित हजार बिस्तर के अस्पताल में शुक्रवार शाम काफी हंगामा हुआ है। ड्यूटी पर मौजूद 28 वर्षीय डॉक्टर प्रतीक बागड़े पुत्र स्व. मुकेश बागड़े निवासी दुर्ग छत्तीसगढ़ हाल निवासी ग्वालियर ने कंपू थाना पुलिस को बताया कि दो दिन पहले एक मरीज 75 वर्षीय पातीराम पुत्र गनपतिया लाल को भर्ती किया गया था। उसकी हालत गंभीर थी और सांस भी नहीं ले पा रहा था। शुक्रवार शाम 5 बजे मरीज पातीराम के कुछ परिजन उसके स्वास्थ से जुड़ी जानकारी लेने आए थे। इसी समय मरीज की हालत और गंभीर हो गई। डॉक्टर और नर्स उसे इलाज देने मंे लगे थे। ऑक्सीजन के लिए वेंटीलेटर के पाइप मरीज की श्वांस नली में डाला जा रहा था। ऑक्सीजन पाइप सफलता पूर्वक डाला जा चुका था। इसी पर मरीज के परिजन किसी बात पर आग बवूला हो गए। उन्होंने श्वांस नली में ऑक्सीजन के लिए डाला गया पाइप निकालकर फेंक दिया। इससे ऑक्सीजन न मिलने से मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत से उसके परिजन बौखला गए। इन्होंने डॉक्टरों से मारपीट की अंदर रखे डॉक्टरों के उपकरण, दस्तावेज फाड़ दिए। इतना उत्पात मचाया कि आसपास के लोग दहशत में आ गए। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। साथ ही शव को निगरनी मंे लेकर डॉक्टरों की शिकायत पर मरीज के परिजन के खिलाफ FIR दर्ज कर दी।
परिजन बोले-डॉक्टरों ने हमें बंधक बनाकर पीटा
मृतक पातीराम 75 साल के थे और कुछ दिनों से उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उनके बेटे सुभाष जो खुद जयारोग्य हॉस्पिटल में ही वार्ड बॉय हैं उनको अन्य परिजन के साथ लेकर जेएएच के हजार बिस्तर के अस्पताल पहुंचे। यहां एक जून को भर्ती कराया गया था। दो जून शाम 5 बजे के लगभग जब पातीराम के अन्य बेटे व दामाद उनकी खैर खबर लेने गए तो डॉक्टर उनका वेंटीलेटर हटा रहे थे। वहां परिजन ने विरोध किया तो विवाद की स्थिति बन गई। इसी बीच मरीज की सांस उखड़ने लगी और मौत हो गई। इस पर परिजन नाराज हुए तो डॉक्टरों ने उनको कमरे में बंधक बनाकर पीटा। घर के बुजुर्गो को भी पीटा गया और बाद में मामले की शिकायत कंपू थाना में कर दी।
जांच की जा रही है
इस मामले में कंपू थाना प्रभारी दीपक यादव का कहना है कि डॉक्टरों ने मारपीट की शिकायत की है जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दूसरा पक्ष भी अपने साथ मारपीट होने की बात कह रहा है। जांच कराई जा रही है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी।

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