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भोपाल3 घंटे पहले

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कूनो वन अभयारण्य में चीतों की मौतों के बाद केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ चीता प्रोजेक्ट की समीक्षा की।
केन्द्रीय वन मंत्री ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट के अंतर्गत चीता संरक्षण, प्रबंधन में लगे अधिकारी और कर्मचारियों को चयनित कर नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका स्टडी टूर के लिए भेजा जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा चीतों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन और प्रस्तावित चीता प्रोटेक्शन फोर्स के लिए केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय संसाधन सहित हर संभव सहयोग दिया जाएगा। इस दौरान बैठक में मप्र के वन मंत्री डॉ. विजय शाह और वन विभाग के अफसर मौजूद थे।
गांधी सागर सेंचुरी में तैयार हो रहा चीतों का वैकल्पिक रहवास
केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान के लिए अतिरिक्त वन रक्षक और वनपाल की व्यवस्था करने का सुझाव दिया। यादव ने कहा कि अधो-संरचना और मानव संसाधन दोनों आवश्यक हैं। चीता प्रोजेक्ट से जुड़ी कई भ्रामक सूचनाएं अक्सर सामने आती हैं। आम लोगों को भी प्रामाणिक जानकारी मिलना चाहिए। वर्तमान में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 7 चीते खुले वन क्षेत्र में और 10 चीते बाड़ों में रह रहे हैं।
6 जून को कूनो जाएंगे भूपेन्द्र यादव
चीतों के लिए आगामी नवम्बर तक गांधी सागर अभयारण्य को भी वैकल्पिक रहवास के तौर पर तैयार किया जा रहा है। कूनो में भी अनुमानित क्षमता के मुकाबले अभी चीते कम हैं। चीतों की देखभाल करने वाला स्टॉफ भी मेहनती है। ये प्रोजेक्ट निश्चित ही सफल होगा। मध्यप्रदेश सरकार गंभीरता से परियोजना के क्रियान्वयन के लिए काम कर रही है। परियोजना में फारेन एक्सपर्ट की सेवाएं भी लगातार मिल ही रही हैं। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि वे स्वयं अगले हफ्ते 6 जून को कूनो राष्ट्रीय उद्यान जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।

CM हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव का स्वागत किया। इस दौरान मप्र के वन मंत्री डॉ विजय शाह मौजूद रहे।

CM हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव का स्वागत किया। इस दौरान मप्र के वन मंत्री डॉ विजय शाह मौजूद रहे।

शिवराज बोले- एमपी चीता स्टेट ये प्रतिष्ठा की बात
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश चीता स्टेट है। यह प्रतिष्ठा की बात है। राज्य सरकार चीता परियोजना की सफलता के लिए प्रतिबद्ध है। शुरुआत में ही चीता शावकों के जन्म के सर्वाइवल रेट की जानकारी दी गई थी। चीता परियोजना से जुड़ा पूरा अमला, जज्बे के साथ काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस संतोषजनक है। सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि चीतों के लिए वैकल्पिक रहवास के लिए गांधी सागर अभयारण्य में आवश्यक व्यवस्थाएं युद्ध स्तर पर पूरी करवाएं।

चीता प्रोजेक्ट से जुडे़ अमले को मिलेंगे वाहन
बैठक में चीता प्रोजेक्ट से पर्यटन विकास की गतिविधियों पर भी चर्चा हुई। वन मंत्री डॉ. विजय शाह ने चीता की मॉनिटरिंग में तैनात कर्मचारियों को सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिक वाहन भी उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया। केन्द्रीय वन महानिदेशक एवं विशेष सचिव सीपी गोयल, मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण दिल्ली, के सदस्य सचिव डॉ. एसपी यादव, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिव शेखर शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-प्राणी जेएस चौहान, अपर सचिव वन विभाग अशोक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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