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शहडोल39 मिनट पहले
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जैतपुर विधानसभा के खैरहा क्षेत्र में किसान लामबंद हो रहे हैं। किसानों की भूमि सीलिंग एक्ट के तहत सरकारी होने का अच्छा खासा रोष है। आगामी विधानसभा में सीलिंग एक्ट का मुद्दा भाजपा को सबसे ज्यादा परेशान करने वाला होगा।
दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा विधायक मनीषा सिंह को खैरहा के भाजपा मंडल की बूथ के कारण ही बढ़त मिली थी। विधायक मनीषा सिंह जैतपुर क्षेत्र से आती हैं, लेकिन इस क्षेत्र में मतदाताओं के बीच ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाईं थीं।
चुनाव परिणाम आने के बाद खुद मनीषा सिंह ने इस बात को स्वीकार किया था कि उनकी जीत खैरहा मंडल के बूथों में मिली बढ़त के कारण ही हुई है। इस कारण खैरहा क्षेत्र की जनता को विधायक मनीषा सिंह से उम्मीद थी कि वो उनकी जमीन को सीलिंग एक्ट से मुक्त करवा देंगी।
किसानों के आक्रोश को शांत कराना चुनौती
खैरहा में रहने वाले किसान गोकुल ने बताया कि सीलिंग एक्ट के कारण किसानों के बीच जमकर आक्रोश है। किसानों की आंतरिक नाराजगी भाजपा के लिए बेहद नुकसानदायक होगी। गोकुल कहते हैं कि किसानों की नाराजगी भाजपा को किसी भी हालत में दूर करनी होगी। यह एक बेहद चुनौती भरा काम होगा।
विधायक मनीषा सिंह का हो रहा विरोध
खैरहा मंडल भाजपा के लगभग 10 से ज्यादा गांव के किसान सीलिंग एक्ट से प्रभावित हुए हैं। इन किसानों की संख्या 1 हजार के पार बताई जा रही है। प्रभावित किसान परिवार आंतरिक रूप से भाजपा विधायक मनीषा सिंह का विरोध कर रहे हैं। वहीं कुछ किसान अब सार्वजनिक रूप से विधायक मनीषा सिंह की खिलाफत कर रहे हैं, जो भाजपा के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
भाजपा पदाधिकारी भी सीलिंग एक्ट से प्रभावित
जैतपुर विधानसभा के खैरहा मंडल का जिले की राजनीति में अच्छा खासा प्रभाव है। इस मंडल से जिला भाजपा समेत अन्य कई टीम में सदस्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन सभी नेताओं की भूमि भी सीलिंग एक्ट के कारण प्रभावित हुई है। भाजपा नेताओं ने अपनी ही सरकार के सामने पुरजोर कोशिश की बावजूद इसके उनकी समस्या को सरकार ने तवज्जो नहीं दिया।
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