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बरा22 मिनट पहले
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शहर के कम्युनिटी हॉल मेंमुक्तेश्वर आश्रम समिति द्वारा शिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को कथा व्यास रामसेवक तिवारी ने भगवान शिव पार्वती के विवाह की कथा सुनाई।इस दौरान मौजूद श्रद्धालु शिवभजनों पर झूमते नजर आए।पार्वती जन्म और शिव विवाहकी कथा सुनाते हुए व्यास ने कहाकि पार्वती ने शिव को प्राप्त करनेके लिए तपस्या क। शिव जी केकहने पर सप्तऋषियों ने पार्वती की परीक्षा लेने गए।
परीक्षा के विषय में पार्वती जी के पास सप्तऋषि नेप्रसंग रखा कि आप अगर विवाहही करना चाहती है तो आपकाविवाह हम विष्णु के साथ करासकते हैं। ऐसा सुंदर प्रलोभन मांका पार्वती जी को दिया गया परंतुमाता पार्वती जी ने स्पष्ट कर दियाकि यह जीवन नहीं बल्कि करोड़ोंजीवन भी शिव के लिए समर्पित हैं।
जब सप्तऋषियों ने इस बात कोस्वीकार किया जाकर शिवजी कोसुनाया कि माता पार्वती आपसेबहुत प्रेम करती हैं। इस बात कोजानकर शिव को प्रसन्नता हुई औरउसके बाद सप्तऋषियों ने ही सुंदरलग्न लग्न पत्रिका लेकर ब्रह्माबाबा को सुंदर भेंट की। उसके बादअन्य कथाओं के साथ में शिवजीका विवाह बड़ी धूमधाम के साथमहोत्सव के रूप में मनाया गया।
शिव विवाह की कथा में शिव पार्वती के स्वररूप सजाए गए ।
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