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शिवपुरी36 मिनट पहले
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शिवपुरी में 12वीं की छात्रा को शनिवार सुबह पुलिस वैन ने रौंद दिया था। इसमें उसकी मौत हो गई थी। रविवार को छात्रा का अंतिम संस्कार किया गया। छात्रा का अंतिम संस्कार डर के साए में हुआ। परिजन बेटी की अस्थि लेने जाने के लिए भी राजी नहीं हुए थे। इसके बाद समाज के हस्तक्षेप के बाद पुलिस की मौजूदगी में छात्रा का अस्थि संचय किया गया।
बता दें कि पोहरी थाना क्षेत्र के ग्राम अतवेई के रहने वाले दारा सिंह यादव का विवाद गांव के दबंगों से चल रहा था। दो साल पहले इस झगड़े में दारा सिंह यादव पर हत्या का मामला दर्ज हुआ था। एक साल से आरोपी दारा सिंह जेल में बंद है।
दारा सिंह यादव के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी गांव छोड़कर अपनी 4 बच्चों के साथ शिवपुरी शहर में रहने आ गई थी। एक बेटी की शादी हो चुकी थी। दूसरी बेटी सरस्वती यादव 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। जिसकी दर्दनाक मौत पुलिस वैन की टक्कर से हो गई थी।
अस्थि संचय करने राजी नहीं हुए परिजन
रंजिश के चलते परिवार ने सरस्वती यादव का अंतिम संस्कार पुलिस की मौजूदगी में ग्राम अतवेई में किया था। अंतिम संस्कार में सरस्वती यादव के पिता दारा सिंह यादव भी जेल से पैरोल पर लाया गया था। रविवार को सरस्वती का अस्थि संचय किया जाना था, लेकिन डर के कारण परिवार ने अस्थि संचय करने जाने से इनकार कर दिया।
सरस्वती के भाई अर्जुन यादव ने बताया कि 25 जुलाई को उसे सामने वाले पक्ष से जान से ख़त्म कर देने की धमकी मिली थी। जब इस बात की जानकारी यादव महासभा के प्रदेश महासचिव कल्याण यादव को लगी तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। तब कही जाकर परिवार बेटी की अस्थि संचय करने को राजी हुआ।
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