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बीना22 मिनट पहले

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समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदा चना गबन करने के मामले का खुरई शहरी पुलिस ने शनिवार रात को खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि उपार्जन केंद्र प्रभारी व गोदाम प्रभारी ने 98.29 लाख का 1842 क्विंटल चना का बाजार में बेचकर रुपए बांट लिए। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अब इनसे पूछताछ कर रही है।

उपार्जन केंद्र पर कुल खरीदी और गोदाम में हुए भंडारण के बीच जब अंतर आया तो मामले की जांच कराई गई। इसमें यह बात सामने आई कि यह पूरा गोलमाल खरीदी केंद्र प्रभारी बलराम विश्वकर्मा व मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन लिमिटेड सागर की मंडी बामौरा गोदाम के तत्कालीन प्रबंधक अभिषेक श्रीवास्तव ने मिलकर किया है। जांच में पुष्टि होने के बाद कृषि उपसंचालक के निर्देश पर खुरई के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पूरनलाल अहिरवार की शिकायत पर खुरई शहरी थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

निरीक्षण के दौरान यह तथ्य आए सामने

सहकारिता उपायुक्त पीआर कावड़कर, विपणन संघ जिला प्रबंधक, खुरई नायब तहसीलदार दिनेश चंदेल, वरिष्ठ कृषि अधिकारी खुरई एसपी भारद्वाज, सहकारी निरीक्षक देवेंद्र चंद्राकर, मंडी बामोरा वेयर हाउस के वर्तमान प्रभारी संजय तिवारी ने खरीदी केंद्र प्रभारी बलराम विश्वकर्मा के साथ 21 जून को संयुक्त रूप से वेयर हाऊस का निरीक्षण किया था। अधिकारियों ने जब गोदाम में भंडारित बोरियों को खोलकर देखा तो कुछ बोरियों पर खुरई विपणन सहकारी समिति का हरे रंग का छापा अंकित पाया गया।

चने में मिलाई मिट्‌टी

वर्तमान प्रभारी ने बताया कि उनके द्वारा चार्ज लेते समय वेयर हाउस के गोदाम नंबर-3 में भंडारित चना बोरियों की तौल कराई थी। इसमें 761 बोरियां कटी-फटी मिली तो 564 बोरियां ऐसी मिली, जिनमें 50 से 60 प्रतिशत मिट्टी मिली थी। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के सामने यह तथ्य सामने आए थे।

किसानों का भुगतान अटकने से परेशानी

गोदाम प्रबंधक अभिषेक श्रीवास्तव और खरीदी केंद्र प्रभारी बलराम विश्वकार्म ने अनाधिकृत रूप से चने का जो भंडारण कराया है, उससे किसान भी परेशानी में आ गए हैं। खरीदी केंद्र से बिना टीसी और अनमेप्ड गोदाम पर उपज भंडारित करने के कारण जिन 66 किसानों ने यह 1842.50 क्विंटल चना समर्थन मूल्य पर बेचा था। उनका 98 लाख 29 हजार 737 रुपए का भुगतान नहीं हो सका है।

आरोपियों से की जा रही पूछताछ

खुरई शहरी थाना प्रभारी सतीष सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों पर धारा 420, 406, 409, 120 बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में दोनों ने यह बात स्वीकार की है कि दोनों ने योजना बनाकर किसानों से खरीदा चना बेच दिया है। इससे जो राशि मिली थी वह आपस में बांट ली है। दोनों आरोपियों को शनिवार की शाम को न्यायालय में पेश किया गया था। न्यायालय से दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड ली गई हैं। इस मामले में आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है कि इसमें और कोई तो शामिल नहीं है।

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