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खंडवा4 घंटे पहले
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मध्यप्रदेश के खंडवा में कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। जमकर लात-घूंसे चले। एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी गई। ये सब कांग्रेस के दफ्तर में पार्टी के प्रभारी प्रदेश सचिव संजय दत्त के सामने हुआ। एक मुस्लिम नेता को बीजेपी का एजेंट कहने पर हंगामा खड़ा हो गया। बाद में पार्टी के सीनियर नेताओं ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव संजय दत्त रविवार को खंडवा पहुंचे थे। वह पार्टी कार्यकर्ताओं से वन टू वन चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के समर्थक मोहन ढाकसे ने मुस्लिम नेता सलीम पटेल को बीजेपी का एजेंट बता दिया। सलीम पटेल पसमांदा मुस्लिम समाज संगठन के प्रदेश प्रभारी हैं। उन्हें यह बात नागवार गुजरी। दोनों ने एक-दूसरे की कॉलर पकड़कर खींच दिया। दोनों के बीच धक्का-मुक्की और जमकर विवाद हुआ।
खंडवा में कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। वहां कुर्सियां तक फेंकी गई।
कांग्रेस के परिवार, परिवार में विवाद आम बात
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिव संंजय दत्त का कहना है कि इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है कि बाहर क्या हुआ है। कांग्रेस परिवार है। परिवार में विवाद होना आम बात है। हम संवाद के लिए आए हैं। संवाद के जरिए सबको एक करके जाएंगे। उन्होंने कहा कि खंडवा जिले के नेताओं का मनोबल बढ़ा हुआ है। वे जिले की चारों सीटें जिताकर देंगे।
हंगामे के बाद कांग्रेस दफ्तर छोड़ते समय एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व को समझ लेना चाहिए कि खंडवा में चार की बजाय साढ़े तीन विधानसभा है। खंडवा शहर को विधानसभा के हिस्से से अलग कर देना चाहिए।
विवाद के दौरान कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे की कॉलर पकड़ ली।
जिला प्रभारी पर टिकट बेचने का आरोप
मोहन ढाकसे नाम के कांग्रेस नेता ने जिला प्रभारी कैलाश कुंडल पर टिकट बेचने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कैलाश कुंडल ने जिले की चारों विधानसभा के लिए टिकट बेच दिए हैं। इसके लिए 40-40 लाख में सौदा कर लिया है। मोहन ढाकसे का आरोप है कि उनकी नियुक्ति शहर अध्यक्ष पद पर हुई थी, लेकिन जिला प्रभारी कैलाश कुंडल ने उसे होल्ड करा दिया था। इसके अलावा मीटिंग के दौरान टिकट की दावेदारी को लेकर भी पार्टी नेताओं में जमकर कहासुनी हुई।
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