[ad_1]
धार38 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
तूफान बिपरजॉय का असर धार जिले में भी देखने को मिल रहा हैं, गुजरात के बाद राजस्थान में तूफान की हुई एंट्री के कारण मप्र में दो तरह का मौसम अलग-अलग जिलों में बना हुआ है। तूफान के कारण धार जिले में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान हैं, मौसम में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा हैं, जिसके कारण ही तापमान में गिरावट होने के साथ ही ठंडी हवाएं भी दोपहर के समय तक चल रही हैं, जहां दो दिन पहले तेज धूप ने लोगों को परेशान कर रखा था। अब इससे राहत मिल गई हैं, उमस वाली गर्मी का एहसास कम होने से दिन के तापमान में 5 डिग्री की गिरावट हुई है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बारिश को लेकर आशंका जाहिर की तथा दो दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहने की उम्मीद जताई है। रविवार सुबह से ही धार में आसमान में बादल छाए हुए हैं, धूप कम निकलने के कारण ही लोगों को राहत मिली है।
नौतपा भी तपा नहीं
इस साल मौसम में अलग ही परिवर्तन देखने को मिल रहा हैं, मार्च माह से गर्मी की शुरुआत हो जाती हैं, मई व जून में तेज धूप का असर होता है। किंतु पिछले ढाई माह से मौसम में बदलाव दिखा हैं, मार्च माह से शुरु हुई बारिश का दौर मई तक देखने को मिला हैं। जिसके कारण नौतपा का असर नहीं देखा गया। नौतपा में तापमान 40 डिग्री के नीचे ही रहा था। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मार्च से मई माह के क्लाइमेट चेंज होने के चलते मार्च से लेकर मई तक बारिश के आसार दिखे। इसके चलते गर्मी का अहसास कम हुआ है। इस साल पारा भी ज्यादा ऊंचाई पर नहीं जा सका है। मौसम वैज्ञानिक शिवनारायण साहू ने बताया कि धार जिले में कही गरज या चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
मानसून की आहट
तूफान बिपरजॉय के कारण मानसून की गति जरूर धीमी हुई हैं, लेकिन अपने तय समय तक मानसून की बारिश मप्र पहुंच जाएगी। केरल से मानसून की शुरुआत होती हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र होते हुए मानसून छत्तीसगढ़ के बाद भोपाल पहुंचता हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा हैं कि बारिश का मानसून 22 जून के बाद प्रदेश में एंट्री करेगा। कृषि वैज्ञानिक जेएस गठिये के अनुसार तूफान के कारण ही मौसम में बदलाव देखा गया हैं, लोगों को गर्मी से राहत मिली है। साथ ही बारिश होने की संभावना बनी हुई हैं, जिसके कारण ही आसमान में बादलों की संख्या बढ़ चुकी है। मानसून 22 से 25 जून के बीच में आएगा।
[ad_2]
Source link