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जबलपुरएक घंटा पहले
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कॉलेजियम सिस्टम पर सवाल उठा रहे केन्द्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू पर भी कपिल सिब्बल ने निशाना साधा। सिब्बल ने कहा कि कानून मंत्री को कानून का ज्यादा ज्ञान नहीं है। सिब्बल ने कहा कि अगर कानून मंत्री को कानून का ज्ञान होता तो वो कॉलेजियम सिस्टम सहित जजो की मंशा पर सवाल उठाने वाले बयान नहीं देते। जबलपुर में मीडिया से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि किरेन रिजिजू खुद नहीं बोल रहे उनसे ऐसा बुलवाया जा रहा है और इसके पीछे कौन है ये सब जानते हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार के खिलाफ नया मोर्चा बनाने की ज़रुरत बताई है। जबलपुर पहुंचे कपिल सिब्बल ने कहा कि वो किसी व्यक्ति विशेष के समर्थन में नहीं हैं लेकिन ये ज़रुर मानते हैं कि विपक्षी दलों को एक सोच के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए। कपिल सिब्बल ने विपक्षी दलों का, एक कॉमन एजेंडा बनाने की भी वकालत की और कहा कि वो व्यक्तिगत रूप से नया संयुक्त मोर्चा बनवाने के प्रयास करेंगे। सिब्बल ने ये भी भरोसा जताया कि आगामी आम चुनाव से पहले देश में मोदी सरकार के खिलाफ नया मोर्चा बन जाएगा।
दिल्ली में कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवान के धरने पर कपिल सिब्बल ने कहा कि अगर उनकी जगह कोई और होता तो जनवरी माह में ही गिरफ्तार कर लिया जाता। सिब्बल ने कहा कि सरकार ने आरोपों पर कार्यवाई तो नहीं की लेकिन विरोध कर रहे पहलवानों के धरना स्थल की लाईट बिजली ज़रुर काट दी गई, उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों की याचिका पर अगले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई होनी है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिलेगा। जबलपुर में कपिल सिब्बल ने कहा कि हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को स्वतह संज्ञान लेकर कार्यवाई करने के निर्देश तो दिए हैं लेकिन सरकारें ऐसा करेंगी ये कहना मुश्किल है।
कपिल सिब्बल ने कहा कि जब सरकारों के मंत्री ही हेट स्पीच दे रही हैं तो वो कैसे स्वतह संज्ञान लेंगी। सिब्बल ने कहा कि हेट स्पीच से समाजों को आपस में बांटने का काम चल रहा है और सरकारें इसका राजनैतिक फायदा उठा रही हैं। सिब्बल ने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं में गिरावट आ चुकी है और ऐसा ही चलता रहा तो भारत में लोकतंत्र का बचा रहना मुश्किल है। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांगों पर सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को ऐसी मांग उठाने वालों को देखना चाहिए क्योंकि देश संविधान से चलता है। कपिल सिब्बल ने कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार का दावा किया। सिब्बल ने कहा कि वो कांग्रेस छोड़ चुके हैं और अब वो ना तो चुनाव लड़ेंगे और ना ही कोई पॉलिटिकल पार्टी ज्वाईन करेंगे, हांलांकि उन्होने कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े रहने की बात की है। सिब्बल ने कहा कि वो कांग्रेस के भविष्य के बारे में तो कुछ नहीं करेंगे लेकिन ये ज़रुर कहेंगे कि मौजूदा भाजपा सरकार का भविष्य ठीक नहीं है।
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