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  • Cheated 25 Lakh Rupees From 50 Customers, Did Not Surrender Even After Attachment Of 50 Lakh Flat, Started Learning Advocacy

भोपाल28 मिनट पहले

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हबीबगंज पुलिस ने ग्राहकों से फ्रॉड करने वाले आधार इन्फ्राविजन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी भोपाल के 50 ग्राहकों से 25 लाख रुपए ठगकर फरार हो गया था। पुलिस ने उसे एफआईआर दर्ज होने के दो साल बाद गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस अदालत के आदेश पर उसका 50 लाख रुपए कीमती फ्लैट कुर्क कर चुकी है। इसके बाद भी आरोपी ने सरेंडर नहीं किया। वह गौतम बुद्ध नगर में एक वकील के पास खुद को बचाने के लिए कानूनी दांव-पेंच सीखने लगा। इसके लिए वह छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से एलएलबी में एडमिशन तक करा लिया। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह वकील बनकर इस मामले में कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष खुद रखने का लक्ष्य बना रखा था। इससे पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

एएसआई मनोज यादव ने बताया कि रमेश चन्द मिश्रा समेत 50 लोगों ने 15 अगस्त 2021 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोपाल(साउथ) कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया था। शिकायत में बताया था कि आधार इन्फ्राविजन लिमिटेड का भोपाल में सांई बोर्ड के पास अरेरा कॉलोनी में आफिस था। भोपाल के 50 लोगों ने करीब 25 लाख रुपए तक की आईपीपी, एफडी 6 वर्ष तक के लिए कंपनी में कराई थी। निवेशकों ने पुलिस को बताया था कि कंपनी ने सितंबर 2019 तक भुगतान किया। इसके बाद कंपनी द्वारा कुछ पालिसिया भुगतान हेतू जमा करा ली थी। कुछ पालिसी का भुगतान नहीं हो पाया था। इसी बीच कंपनी अपना ऑफिस बंद करके भाग गई। पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर गाजियाबाद निवासी दीपक त्रिपाठी (32) के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की, लेकिन आरोपी नहीं मिला। एफआईआर दर्ज होने के करीब दो साल बाद गुरुवार को पुलिस ने उसे ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया।

मोबाइल नंबर बदलकर चकमा देता रहा
पुलिस ने दावा किया कि मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी दीपक त्रिपाठी लगातार अपने ठिकाने व मोबाइल नंबर बदल रहा था। इस वजह से पकड़ में नहीं आ रहा था। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर वसुंधरा, गाजियाबाद स्थित आरोपी का करीब 50 लाख रुपए कीमती फ्लैट भी कुर्क कराया। इसके बाद भी आरोपी ठिकाने बदलकर पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा। पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था। पुलिस ने थाना सूरजपुर जिला गौतम बुद्ध नगर, उत्तप्रदेश पुलिस की मदद से लगातार तीन दिन उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी। तब वह एवीजे हाईटस, ग्रेटर नोएडा से पकड़ा गया।

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