Fri. Oct 18th, 2024

[ad_1]

बैतूल28 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

2 मई को बैतूल में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए जोड़ों को एक सप्ताह बीतने के बाद भी योजना के चेक नहीं मिल सके है। जिसके चलते यह जोड़े अब विवाह की रकम पाने सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे है। आज भी ऐसे कई जोड़े बैतूल जनपद और कलेक्ट्रेट के चक्कर काटते देखे गए।

बैतूल में प्रशासन ने 2100 जोड़ों का सामूहिक विवाह कार्यक्रम में विवाह करवाया था। जिले के प्रभारी और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की मौजूदगी में हुई इस शादी में मात्र 5 जोड़ों को मंच से चेक दिए गए। बाकि जोड़ों को कहा गया था कि 2 दिन बाद उन्हें चेक दे दिए जाएंगे लेकिन एक सप्ताह बीतने के बावजूद उन्हें चेक नहीं मिले है। बचे बाकी जोड़ें अब चेक लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं।

दूल्हा बने सूरज इवने ने बताया कि 2 तारीख को शादी थी, जिसमें व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं थी। उसमें हमें कुछ नहीं मिला। सिर्फ एक नारियल मिला था न ही साल दी गई। इस कार्यक्रम में भोजन तक नहीं मिला। हमें मिलने वाले चेक में से 6 हजार रुपए की कटौती की गई थी। वही चेक के लिए अनाउंस किया गया था कि 2 दिन बाद आपको चेक मिल जाएगा लेकिन धीरे-धीरे एक हफ्ता होने वाला है लेकिन चेक अभी तक नहीं मिल पाया है। अभी यहां बोला गया है कि आपको फोन लगाकर सूचित किया जाएगा लेकिन कोई भरोसा नहीं है कब तक चेक मिलेगा।

मिलना था 49 हजार रुपए का चेक

बता दें कि मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के तहत प्रत्येक जोड़े को 55 हजार रु की राशि का चेक देने का प्रावधान है। इस राशि में से 6 हजार रुपए प्रशासनिक खर्चों जैसे टेंट, भोजन के लिए काटकर जोड़े को 49 हजार रुपए दिया जाना है लेकिन यही चेक अब तक जोड़ों को नहीं मिले है।

जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिस्र ने बताया कि विवाह समारोह में भीड़ के कारण सभी जोड़ों को चेक देना संभव नहीं हो पाता है क्योंकि राशि देते समय उनकी फोटोग्राफी और अन्य कार्रवाई को करना होता है इसलिए मौके पर चेक नहीं दिए गए। अब हितग्राही जनपद कार्यालय पहुंचते है तो उन्हें चेक मिल जाएंगे।

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *