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नीमच40 मिनट पहले
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मणप्पुरम गोल्ड लोन में पैसा रखने की बात को लेकर 2 लाख 95 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही उनके कब्जे से धोखाधड़ी की राशि और घटना में उपयोग की गई बाइक भी जब्त की गई है।
फरियादी बैंक मैनेजर पर बड़ा सवाल – आखिर बिना कोई कागजी कार्रवाई कैसे इतनी बड़ी रकम दें दी
जानकारी के अनुसार 28 मार्च 23 को आरोपी ने IIFL गोल्ड लोन बैंक के सीनियर मैनेजर तरुण से आरोपी ने संपर्क किया और कहा कि मेरा गोल्ड मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक में जमा है वहां मुझे अधिक ब्याज लग रहा है इसलिए मैं IIFL बैंक में अपना गोल्ड जमा करवाना चाहता हूं। उसके लिए 2 लाख 95 हजार रुपयों की जरुरत है इस राशि को जमा करवा कर अपना गोल्ड IIFL बैंक में जमा करवा दूंगा। इस बात पर फरियादी बैंक मैनेजर ने उसी दिन 2 लाख 95 हजार रुपए आरोपी को दे दिए। आरोपी मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक गया और वहां से गायब हो गया। जिसके बाद तरुण ने घटना की 29 मार्च को थाना नीमच कैंट पर रिपोर्ट दर्ज कराई। थाना नीमच केंट ने धोखाधड़ी के आरोप में रमेश पर प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया। अलग-अलग टीमें गठित कर तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच की गई। जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में फरियादी बैंक मैनेजर तरुण पर सवार उठ रहे है कि बिना कागजी कार्रवाई किए उन्होंने आरोपी को 2 लाख 95 हजार रुपए कैसे दे दिए। जबकि कोई भी बैंक किसी व्यक्ति को ऐसी स्थिति में 1 रुपया भी उधार नहीं देती है।
पुलिस ने बताया कि घटना का मुख्य आरोपी रमेश के खिलाफ राजस्थान के छोटीसादड़ी थाने में एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण दर्ज हैं, जहां से वह फरार चल रहा हैं पुलिस ने आरोपी रमेश उर्फ कमलेश पिता शांतीलाल उम्र 30 साल निरोला, थाना-रिंगनोद जिला रतलाम ओर राजाराम पिता विश्राम सुर्यवंशी उम्र 30 साल निवासी मीणाखेडा थाना-औद्योगिक क्षेत्र जावरा जिला-रतलाम को गिरफ्तार किया है साथ ही आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने नकदी 2 लाख रुपए घटना में प्रयुक्त बाइक आर जे 09 एसएफ 0944 व एक मोबाईल जब्त किया है।
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