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  • Youth Of 18 To 29 Years Will Be Able To Register On The Portal, Along With Training They Will Get 8 10 Thousand Stipend Every Month

सागर19 मिनट पहले

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जिले के युवाओं को रोजगार के लिए कौशल संपन्न बनाने के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना शुरू की गई है। योजना के तहत युवाओं को पंजीकृत औद्योगिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में छात्र प्रशिक्षणार्थी के रूप में काम के साथ स्किल डेवलपमेंट की सुविधा दी जाएगी। योजना में पंजीयन कराने की प्रक्रिया 15 जून गुरुवार से शुरू की जा रही है। पात्र युवा योजना के पोर्टल पर पंजीयन करा सकेंगे। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र ने बताया कि योजना के तहत 18 से 29 वर्ष के युवा पात्र होंगे, जो मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी हो और शैक्षणिक योग्यता कक्षा 12वीं या आईटीआई, स्नातक होना चाहिए।

योजना के पोर्टल पर 7 जून से प्रतिष्ठानों का पंजीयन व कोर्स का चयन कर वैकेंसी प्रकाशित करना शुरू हो चुका है। युवाओं का योजना के पोर्टल पर पंजीयन 15 जून से शुरू किया जा रहा है। साथ ही पोर्टल पर कोर्स चयन कर वैकेंसी के लिए आवेदन 15 जुलाई से शुरू होंगे। प्रतिष्ठानों द्वारा युवाओं का चयन कर ऑफर दिया जाएगा। ऑन द जॉब प्रशिक्षण (ओजेटी) 1 अगस्त से शरू होगा। मूल्यांकन और प्रमाणीकरण के साथ योजना में मासिक वित्तीय सहायता 1 सितंबर से दी जाना शुरू होगी।

योजना में चिहिंत प्रतिष्ठानों का पेन व जीएसटी पंजीयन अनिवार्य होगा। प्रतिष्ठान अपने कुल कार्य बल के 15 प्रतिशत की संख्या तक प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकेंगे। जिन प्रतिष्ठानों में कम से कम 20 लोग नियमित रूप से कार्यरत हों, उनके कुल कार्य बल की गणना ईपीएफ जमा करने के आधार पर की जाएगी।
युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान मिलेगा स्टाईपेंड
योजना के तहत प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को 8000 से 10000 रुपए प्रतिमाह स्टाईपेंड दिया जाएगा। कक्षा 12वीं या उससे कम कक्षा में उत्तीर्ण युवा को 8 हजार रुपए, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हजार 500 रुपए, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हजार रुपए और स्नातक या उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले युवाओं को 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाईपेंड दिया जाएगा। प्रतिष्ठान अपनी ओर से निर्धारित राशि से अधिक स्टाईपेंड देने के लिए स्वतंत्र होंगे। स्टाईपेंड एक वर्ष तक दिया जाएगा। स्टाईपेंड का 75 प्रतिशत राज्य शासन द्वारा छात्र प्रशिक्षणार्थी के खाते में भुगतान किया जाएगा। स्टाईपेंड की 25 प्रतिशत राशि प्रतिष्ठान द्वारा जमा कराई जाएगी। यह योजना सभी श्रेणी के निजी संस्थानों, औद्योगिक और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर लागू होगी। योजना का क्रियान्वयन मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ पोर्टल के माध्यम से होगा। योजना के तहत 46 सेक्टर में 800 से अधिक पाठ्यक्रमों में दक्ष करने का लक्ष्य रखा गया है।
इन क्षेत्रों में दिया जाएगा प्रशिक्षण
योजना में युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए चिहिंत कार्य क्षेत्र में विनिर्माण क्षेत्र, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल, प्रबंधन, मार्केटिंग, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रायबल, अस्पताल, रेलवे, आईटी सेक्टर, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बैंकिंग, बीमा, लेखा, चार्टर्ड अकाउंटेंट, मीडिया, कला, कानूनी और विधि सेवाएं, शिक्षा समेत 800 से अधिक क्षेत्रों में कार्यरत प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पात्र हितग्राही Https://mmsky.mp.gov.in पर अपना पंजीयन करा सकते हैं।

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