[ad_1]
छतरपुर (मध्य प्रदेश)13 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
पिछले दिनों जुझारनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत कस्बे के वार्ड नंबर 11 में एक व्यक्ति की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली थी। मृतक के परिजनों को शुरुआत से ही हत्या की आशंका थी, इसलिए पुलिस ने इसी दिशा में विवेचना की और महज 24 घंटे के भीतर युवक की हत्या करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया। बताया गया है कि जमीनी विवाद के चलते एक महिला सहित दो युवकों ने लोहे के पाइप और लाठी-डंडों से पीट-पीटकर युवक की हत्या की थी।
जुझारनगर थाना प्रभारी बृजेन्द्र कुमार चाचौंदिया ने बताया कि 1 अप्रैल को जुझारनगर कस्बे के वार्ड नंबर 12 के निवासी मातादीन अहिरवार ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि वार्ड नंबर 11 के निवासी मुन्नू अहिरवार से उसका जमीनी विवाद चल रहा है। 31 मार्च की रात करीब 11 बजे मुन्नू उसके भाई दिस्सू उर्फ देशराज अहिरवार को मुर्गा-दारू की पार्टी करने के लिए अपने साथ ले गया था, इसके बाद रात भर देशराज घर नहीं आया। सुबह उसे जानकारी मिली कि मुन्नू अहिरवार के घर के बाहर देशराज की लाश पड़ी है। मृतक के भाई मातादीन ने संदेह जाहिर किया था कि जमीनी विवाद के चलते मुन्नू ने अपने साथियों के साथ मिलकर देशराज की हत्या की है। पुलिस ने मातादीन की रिपोर्ट पर धारा 302, 34 आईपीसी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना शुरु की।
सही निकला मृतक के भाई का संदेह
संदेह के आधार पर जब पुलिस ने मुन्नू अहिरवार को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या का गुनाह कबूल कर लिया। मुन्नू अहिरवार ने बताया कि जमीनी विवाद के चलते उसने अपनी पत्नी जानकी अहिरवार और गांव के रवि बसोर के साथ मिलकर लोहे के पाईप तथा डंडों से देशराज को पीटा था जिस कारण से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपीगण मुन्नू अहिरवार, जानकी अहिरवार और रवि बसोर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
डीआईजी ललित शाक्यवार, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह और लवकुशनगर एसडीओपी पीएल प्रजापति के निर्देशन और मार्गदर्शन में की गई उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी के अलावा सहायक उपनिरीक्षक राजकुमार सिंह, प्रधान आरक्षक जुनैद अहमद, आरक्षक अनिल छारी, सतेंद्र सेन और महिला आरक्षक तहसीम बनो की सराहनीय भूमिका रही।
[ad_2]
Source link