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सारंगपुरएक घंटा पहले
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सारंगपुर क्षेत्र में फिर से चंदन के पेड़ चोरी होने का मामला सामने आया है। यहां भाजपा नेता के फार्म हाउस में लगे पेड़ चोरी कर लिए। 15-20 लोगों ने वारदात को अंजाम दिया। चंदन चोरी की शिकायत के मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
भाजपा नेता ने 25 अप्रैल को दिन में थाने में आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने बताया था कि उनके मजदूरों को फार्म हाउस पर दिनदहाड़े 15-20 लोग कुल्हाड़ी व बंदूकें लिए हुए दिखे। ये लोग चंदन के पेड़ काट कर ले जा रहे थे। मजदूर के पूछने पर उन्होंने धमकी दी। इसके मजदूर ने शाम को थाने में आवेदन दिया। इसके बाद भी पुलिस ने मामले में FIR नहीं लिखी। भाजपा नेता ने इसकी शिकायत सांसद और एसपी से की। सांसद के कॉल करने पर दो दिन बाद 27 अप्रैल की रात में चोरी की FIR दर्ज की गई।
भाजपा नेता ने पुलिस पर लगाए आरोप
भाजपा नेता गोकुल दंडवानी ने आरोप लगाए है कि सारंगपुर पुलिस की कार्यप्रणाली से चंदन चोरों को हौसला मिल रहा है। शिकायत के दो दिन बाद एसपी के हस्तक्षेप से FIR दर्ज की गई। स्थानीय पुलिस इसे मामूली मामला मानकर टालमटोल करने में लगी थी। खेतों पर काम करने वाले मजदूर जब सारंगपुर थाने में शिकायत करने गए तो आवेदन लेकर मामूली मामला कहकर रवाना कर दिया। घटना के तीन दिन तक पुलिस मौके पर जांच करने तक नहीं पहुंची। गुरुवार को सांसद रोडमल नागर से बात कर घटना की जानकारी दी। एसपी से भी चर्चा की, तब कहीं पुलिस ने गुरुवार को मौके का निरीक्षण किया। इसके बाद रात में प्राथमिकी दर्ज की।
गैर जिम्मेदाराना हरकतों से गई थी नपाध्यक्ष की जान
सारंगपुर क्षेत्र से चंदन तस्करी नई नहीं है। तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष सत्यनारायण राठी की कोठी पर लगे चंदन के बड़े-बड़े पेड़ लगे थे। 14 सितंबर 2013 की रात चंदन तस्करों ने पेड़ों पर आरी चलाई। आहट सुनकर राठी जागे, उन्होंने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस काफी देर तक नहीं आई। हाथापाई ने भिड़ंत के दौरान नपाध्यक्ष को गोली मार दी। इससे सत्यनारायण राठी की मौत हो गई थी। इस मामले में 30 सितंबर 2022 को चार आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
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