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रायसेन16 मिनट पहले
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जी-20 के सदस्य देशों के प्रतिनिधि शनिवार शाम को भ्रमण के लिए विश्व प्रसिद्व स्थल सांची स्तूप पहुंचे। जी-20 अंतर्गत साइंस-20 प्रतिनिधिओं का स्तूप परिसर में पहुंचने पर सभी का भारतीय संस्कृति अनुसार तिलक और पुष्प माला से भव्य स्वागत किया गया। शांति का टापू कहे जाने वाले सांची में हुए आत्मीय स्वागत से सभी प्रतिनिधि अभिभूत हो गए। साइंस-20 देशों के प्रतिनिधियों ने बौद्ध स्तूपों सहित अन्य धरोहरों को देखा और उनकी सुंदरता, बनावट शैली देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। बौद्ध स्तूपों के साथ ही यहां के नैसर्गिक सौंदर्य ने भी उन्हें अपनी ओर आकर्षित किया।

इस दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों द्वारा भगवान बौद्ध की शिक्षाओं और सम्राट अशोक के संदेशों से अवगत करवाया। उन्हे सांची स्तूपों की बनावट शैली, उनके ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के बारे में अवगत कराया। सांची स्तूप परिसर में लेजर शो के माध्यम से भगवान बुद्व की कथाएं एवं उनकी जीवनी प्रदर्षित की गई साथ ही सम्राट आषोक के जीवन काल पर भी प्रकाश डाला। जी-20 देशों के अंतर्गत साइंस-20 के प्रतिनिधियों के भ्रमण के दौरान ब्राजील, यूएई, यूके, साउथ अफ्रीका सहित अन्य देशों के प्रतिनिधि, कलेक्टर अरविंद दुबे, सहित अन्य अधिकारी एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी भी साथ रहे।

भ्रमण के बाद बोले सदस्य- कॉफी स्वच्छ और सुंदर है सांची
साईस 20 देशों में शामिल सदस्य शिवांगी गुप्ता ने विश्व पर्यटन स्थल सांची का भ्रमण करने के बाद अपने अनुभव शेयर करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में शांति की नगरी काहे जाने वाला सांची स्तूप काफी स्वच्छ और सुंदर है यहां का वातावरण काफी शांति पूर्ण है हमने पहले सांची का नाम सुना था मगर आज पहली बार भ्रमण करने का मौका मिला है। सांची स्तूप की यादें हम अपने देशों में जाकर अपने परिजनों और मित्रों से शेयर करेंगे।


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