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  • The Family Got A Job And One Crore Rupees. Sought Compensation; Made Serious Allegations Against Police And SDM

बैतूल41 मिनट पहले

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भैंसदेही में पुलिस हिरासत में आदिवासी युवक की मंगलवार हुई मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। शुक्रवार को इस मामले को आदिवासी कांग्रेस ने उठाते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इस मामले की न्यायिक जांच, दोषियों पर कार्रवाई ,परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की गई है। परिजनों ने भी इस मामले में भैंसदेही एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाए है।

भैंसदेही पुलिस ने पिछले सोमवार 23 वर्षीय आदिवासी युवक राहुल को धारा 151 में गिरफ्तार किया था। उसे मंगलवार एसडीएम कोर्ट भैंसदेही में पेश किया गया था, जहां एसडीएम ने उसका जेल वारंट जारी कर जेल भेजने के आदेश कर दिए थे। मंगलवार पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण करवाया, तब तक वह स्वस्थ था, लेकिन कुछ देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे सीएचसी भैंसदेही में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।

आरोप पिटाई हुई, जमानत नहीं दी

इस मामले में मध्यप्रदेश आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम ने आरोप लगाया कि युवक के परिजनों के मुताबिक युवक की पुलिस थाने में पिटाई की गई थी। आदतन अपराधी नहीं होने के बावजूद एसडीएम भैंसदेही ने उसकी जमानत नहीं दी, जबकि परिजन उसकी जमानत के लिए पट्टा लेकर पहुंचे थे, अगर उसे जमानत दे दी जाती तो हिरासत में उसकी मौत नहीं होती।

मृतक ने बताया था हुई है पिटाई

मृतक युवक राहुल की मां और पिता चंपालाल ने बताया कि जब वे राहुल से मिलने थाने गए थे, तब राहुल ने उन्हें बताया था कि पुलिस कर्मियों ने उसके सीने और पेट पर लात घूंसो से पिटाई की थी। जिससे उसे दर्द हो रहा था। जब उसे अदालत में पेश किया गया, तब भी उसे दर्द था। उसकी जमानत के लिए भी वकील के जरिए मांग की गई थी, लेकिन एसडीएम ने जमानत देने से इंकार करते हुए कहा था कि उसे कल जमानत देंगे।

एक करोड़ और सरकारी नौकरी मांगी

परिजनों ने आज बैतूल कलेक्टर से मुलाकात कर उनसे सारा घटनाक्रम साझा किया। परिजनों ने बताया कि युवक को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। वह स्वस्थ था, उसकी पिटाई और जमानत न दिए जाने के कारण जान गई है। उन्होंने परिवार में बचे एक बेटे को सरकारी नौकरी देने और एक करोड़ रु के मुआवजे की मांग की है।

राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

आदिवासी कांग्रेस ने कलेक्टर को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया कि विगत दिनों भैंसदेही ब्लाक के आदिवासी युवक राहुल पिता चम्पालाल (23) निवासी पिपलना खुर्द तह, भैंसदेही जिला बैतूल म.प्र. को पुलिस ने धारा 151 के तहत हिरासत में लिया था। इसके बाद पुलिस ने एस.डी.एम. न्यायालय में पेश किया।

जब राहुल के पिता चम्पालाल एस.डी.एम. न्यायालय में जमानत कराने गए, तब एस.डी.एम. न्यायालय ने आरोपी की जमानत निरस्त कर उसका जेल वारंट काट दिया था। जेल वारंट काटने के बाद पुलिस ने राहुल को थाने में ही रखा। शाम को राहुल को पेटदर्द की शिकायत होने लगी और अधिक पेट दर्द होने पर पुलिस द्वारा राहुल को भैंसदेही अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई। महोदय जी राहुल के पिता चम्पालाल द्वारा बताया गया कि राहुल एक 23 वर्षीय स्वस्थ व्यक्ति था। उसे किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी।

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