Sat. Sep 7th, 2024

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खंडवा32 मिनट पहले

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सिस्टम को मानो लकवा मार गया हो। हम ऐसा इसलिए कह रहे है कि, मुगल साम्राज्य में अकबर ने हिंदूओं के धार्मिक स्थलों से जिस तीर्थकर के वसूलने पर पाबंदी लगाई थी। वह तीर्थकर आजाद भारत में मध्यप्रदेश सरकार की नगरीय निकाय द्वारा तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में वसूला जा रहा है। बारह ज्योर्तिलिंग में शामिल ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्वालु आते है।

रविवार को खंडवा के एक परिवार से ठेकाकर्मियों ने तीर्थकर मांगा। परिवार के सदस्य महेंद्र शुक्ला ने कहा- नगद राशि नहीं है, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर देते है। इसी बात पर विवाद हुआ और गुंडों की गैंग ने हमला कर दिया। श्रद्वालु परिवार के चार लोग घायल है। मामले में ओंकारेश्वर पुलिस से शिकायत की गई है। पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के जरिये नामजद आरोपी बनाएं जाने की बात कहीं है।

राजस्व के आगे कलेक्टर-एसपी खामोश बैठे है

ओंकारेश्वर नगरी में प्रवेश के बाद ही नाका लगाकर तीर्थकर वसूला जाता है। प्रत्येक वाहन से 30 से 50 और 100 रूपए तक लिए जाते है। यह वसूली ठेकेदार के जरिये होती है। जो कि सत्ताधारी पार्टी का खास होता है। रही बात प्रशासन के हस्तक्षेप की तो राजस्व के आगे कलेक्टर और एसपी भी खामोश बैठे हुए है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल तीर्थकर वसूली का ठेका एक करोड़ रूपए से अधिक में नीलाम हुआ है।

विवाद के दौरान सोने की चैन, 15 हजार नकदी गायब

ठेकेदार के लोगों ने श्रद्धालुओं के साथ लात-घुसे और लट्‌ठ से मारपीट की। विवाद में श्रद्धालु की सोने की चेन, 15 हजार रुपए नगद गायब हो गए। श्रद्धालु विजेंद्र शुक्ला, महेंद्र शुक्ला, आदित्य शुक्ला ने पुलिस पर संरक्षण देने का लगाया। पुलिस को चेतावनी दी कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरने पर बैठेंगे। पुलिस ने एक नामजद सहित 5 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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