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इंदौर/भोपाल42 मिनट पहले
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तीन एकड़ जमीन पर होगा नया निर्माण।
हाउसिंग बोर्ड के री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर के एलआईजी के 30 वर्ष से पुराने 268 फ्लैट्स तोड़कर उन्हें नया बनाया जाएगा। यहां रह रहे लोगों को मुफ्त में नए फ्लैट बनाकर दिए जाएंगे। करीब 3 एकड़ जमीन पर 268 फ्लैट बने हुए हैं। इन्हें तोड़ने के बाद जमीन का कुछ हिस्सा कमर्शियल उपयोग के लिए बेचकर नए फ्लेट बनाए जाएंगे। करीब 150 करोड़ रुपए की लागत से यह री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा।
री-डेवलपमेंट पॉलिसी के तहत इंदौर के एलआईजी के अलावा भोपाल के रविशंकर मार्केट और जबलपुर के हाथी ताल को री-डेवलप करने की मंजूरी मिली है। एलआईजी इंदौर का पहला री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट होगा। प्रोजेक्ट्स से बोर्ड को करीब 23 करोड़ रुपए की आय भी होगी। सीएस इकबाल सिंह बैस की अध्यक्षता में मंगलवार को भोपाल में साधिकार समिति ने इन प्रोजेक्ट् को मंजूरी दी है।
बैठक में हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर चंद्रमौली शुक्ला ने इन तीनों प्रोजेक्ट का प्लान समिति के सामने रखा। तीनों ही प्रोजेक्ट को सालों पहले बोर्ड ने ही बनाया था। फिलहाल ये जर्जर हो चुके हैं। नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई का कहना है कि मुनाफे के बाद ये प्रोजेक्ट नजीर बनेंगे। जो भी अतिरिक्त पैसा मिलेगा, उसका इस्तेमाल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर करने जा रहे हैं। इसमें फ्लाईओवर के साथ-साथ कई अन्य सुझाव हैं। जल्द ही जनता और जानकारों से राय भी ली जाएगी।
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