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मेरठ27 मिनट पहलेलेखक: शालू अग्रवाल

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मप्र के महू में अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और चंद्रशेखर ने बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। - Dainik Bhaskar

मप्र के महू में अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और चंद्रशेखर ने बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।

उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में भाजपा को घेरने की रणनीति मध्यप्रदेश में तैयार हो रही है। सपा, रालोद और आजाद समाज पार्टियों के मुखिया आज इंदौर के महू में हैं। अखिलेश, जयंत और चंद्रशेखर मिलकर बाबा भीमराव आंबेडकर को उनकी जयंती पर उनकी जन्मस्थली में नमन करेंगे। वहां रैली और सभा करने के बाद लखनऊ लौटेंगे। यहां यूपी निकाय चुनाव में तीनों दल में मेयर सीटों को लेकर ब्लू प्रिंट भी फाइनल होगा।

मुस्लिम, पिछड़े और दलित को लाना है साथ
यूपी विधानसभा चुनाव में सपा-रालोद ने गठबंधन में चुनाव लड़ा। मुस्लिम, जाट और पिछड़ों का समीकरण साधते हुए गठबंधन ने भाजपा को खासी चुनौती दी। किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी कांड से गुस्साए किसानों ने गठबंधन का स्वागत किया। वेस्ट यूपी में भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी थी। गठबंधन का अंजाम कि वेस्ट यूपी में भाजपा को अपनी प्रमुख सीटों से हाथ धोना पड़ा।

इसी फार्मूले को आगे बढ़ाते हुए विपक्ष अब निकाय चुनाव में मुस्लिम, पिछड़ों और दलितों का समीकरण साधकर भाजपा को चुनौती देना चाहता है। जिस आजाद समाज पार्टी से गठबंधन को अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में तवज्जो नहीं दिया, उससे अब हाथ मिलाकर भाजपा को निकाय चुनाव में टक्कर देने की तैयारी सपा कर रही है।

इंदौर में अखिलेश और जयंत ने एक जनसभा को भी संबोधित किया है।

इंदौर में अखिलेश और जयंत ने एक जनसभा को भी संबोधित किया है।

निकाय चुनाव के बहाने 2024 की तैयारी
अखिलेश, जयंत और चंद्रशेखर तीनों महू में चर्चा दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव की पटकथा है। तीनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, निकाय चुनाव के बहाने 2024 में भाजपा को घेरने की स्क्रिप्ट तैयार कर रहे हैं। दलित, पिछड़ा, मुस्लिम का समीकरण सक्सेस हुआ तो 2024 में इसे फॉलो किया जा सकता है।

बाबा साहेब की जन्मस्थली पर पहुंच रहे कई नेता
बाबा भीमराव रामजी आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्यप्रदेश इंदौर के महू में हुआ था। आज बाबा साहेब की जन्मस्थली पर देशभर से नेता श्रृद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ, मप्र के वर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान रहेंगे। वहीं अखिलेश यादव, चंद्रशेखर और जयंत चौधरी यहां किशनगंज नाके से रैली के रूप में जन्मस्थली जाएंगे। वहां बाबा साहेब को नमन करने के बाद एक सभा करेंगे।

अखिलेश जयंत की यह तस्वीर 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान की है

अखिलेश जयंत की यह तस्वीर 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान की है

मेरठ सीट पर रालोद की दावेदारी
सपा के साथ गठबंधन में यूपी में निकाय चुनाव लड़ रहा रालोद अपने लिए मेरठ सीट मुख्य रूप से मांग रहा है। यहां सपा पहले ही सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान को टिकट दे चुकी है। सपा का प्रत्याशी उतरने से रालोद नेताओं में बेहद नाराजगी है। विधानसभा चुनाव में टिकटों में भेदभाव पर रालोद कार्यकर्ताओं ने किसी तरह गुस्सा शांत कर लिया था।
वो नाराजगी निकाय चुनाव में बाहर आने को तैयार है। इसका नुकसान रालोद को उठाना पड़ सकता है। बता दें मेरठ मेयर सीट पर रालोद से 10 बड़े नेता कतार में हैं।

भाजपा को करना पड़ा था जाट सम्मेलन
विधानसभा चुनाव में गठबंधन को कमजोर करने के लिए भाजपा ने कई पैतरें चले। अमित शाह को जाटों को मनाने के लिए दिल्ली में विशेष जाट सम्मेलन करना पड़ा। जिसमें वेस्ट यूपी के प्रमुख जाट नेताओं को बुलाकर उनसे बातचीत की गई। टिकटों के बंटवारे में जाटों को प्राथमिकता दी गई। अंदरखाने जयंत चौधरी को भाजपा में आने का निमंत्रण दिया गया जिसे जयंत ने ठुकरा दिया था। नतीजा यह कि रालोद ने वेस्ट यूपी में 8 सीटें जीतकर अपना मजबूत वजूद साबित कर दिया।

तस्वीर दिल्ली में हुए जाट सम्मेलन की है, भाजपा मेरठ के जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव कुसैड़ी सहित वेस्ट यूपी के अन्य जाट नेता पहुंचे थे

तस्वीर दिल्ली में हुए जाट सम्मेलन की है, भाजपा मेरठ के जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव कुसैड़ी सहित वेस्ट यूपी के अन्य जाट नेता पहुंचे थे

सोमवार को दिल्ली में रालोद की बैठक
रालोद के नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार अगर महू में सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बनी। तो सोमवार को रालोद नेताओं की अहम बैठक दिल्ली में होगी। जिसमें गठबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।

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