Sat. Sep 7th, 2024

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6 घंटे पहले

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ग्वालियर में प्रतिबंध के बावजूद अवैध रेत का उत्खनन और भंडारण जारी है। इसका जीता जागता उदाहरण रविवार को उस समय देखने को मिला जब जनकगंज थाना क्षेत्र के आगरा-मुंबई राजमार्ग पर स्थित जनकपुरी इलाके के एक बड़े से प्लॉट पर रेत का अवैध भंडारण पकड़ा गया। यहां पर 14 ट्रैक्टर ट्रॉली रेट की भरी हुई खड़ी थीं। इन सब को जिला प्रशासन की टीम ने जप्त कर लिया है। मौके पर कोई भी व्यक्ति इस कार्यवाही का विरोध करने या रेत पर अपना हक जताने सामने नहीं आया। इस कारण इस रेत को वाहनों के साथ ही डीआरपी लाइन भेजा गया है। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि यह रेत चंबल नदी का है अथवा सिंध नदी का है।

जप्त रेत को पुलिस लाइन पहुंचाया

पुलिस राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त टीमें मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंची थीं। जहां अधिकारियों ने इन ट्रेक्टर ट्रालियों को रेत के साथ बरामद किया है। शहर के एक हिस्से में रेत का इतना बड़ा जखीरा मिलने से प्रशासन भी सकते में है।बरामद रेत और ट्रैक्टर ट्रॉलियों की कीमत लाखों रुपए आंकी गई है। प्रशासन के कुछ लोगों को रेत के अवैध भंडारण और रेत माफिया की कारगुजारियों की शिकायतें मिली थीं। इसके आधार पर पहले जनकपुरी और अयोध्यापुरी इलाके में रेत के अवैध भंडारण को मुखबिर द्वारा दिखवाया गया। जब मुखबिर ने वहां रेत के अवैध भंडारण की पुष्टि कर दी तब प्रशासन ने रविवार को यहां कार्रवाई की।

रेप माफिया लोगों की जानकारी जुटाने में लगी पुलिस

इस मामले में जनकगंज थाना सर्किल के सीएसपी षियाज केएम का कहना है कि अवैध रेत भंडारण की सूचना मिलने पर यह कार्रवाई की गई है। इसके पीछे कौन लोग हैं उनके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। वही सीएसपी ने कहा है कि बरामद रेत के बारे में जनकगंज थाने में एफ आई आर दर्ज की जा रही है। फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है लेकिन इसमें प्लाट मालिक के ऊपर भी एफआईआर की जाएगी ।

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