[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Indore
- Tiger Absent, Panic Present; The Villagers Are Not Leaving The House; Tiger Likely To Overtake Melandi
इंदौर21 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

महू के आर्मी वॉर कॉलेज, केएलपी एरिया से निकलकर वनग्राम मलेंडी में पहुंचे बाघ ने एक मवेशी का शिकार किया।
महू के आर्मी वॉर कॉलेज, केएलपी एरिया से निकलकर वनग्राम मलेंडी में पहुंचे बाघ ने एक मवेशी का शिकार किया। बाघ द्वारा किए गए एक शिकार की कीमत 12 हजार रुपए के करीब है। यह कीमत भी वन विभाग को चुकाना होगी। 5 दिन पहले बाघ ने मलेंडी में मवेशी का शिकार किया था। शासन के नियमानुसार मवेशी के मालिक गजानंद पिता नंदराम को इसका मुआवजा मिलेगा।
मृत मवेशी के फोटो, मवेशी की उम्र के हिसाब से कीमत तय होती है। वहीं शिकार करने के बाद बाघ 5 दिन में भी उसे दोबारा खाने नहीं आया। बाघ की प्रकृति के हिसाब से वह 5 दिन में फिर खाने नहीं आया, इसका मतलब है कि वह आगे निकल गया है। मलेंडी को भी क्राॅस कर चुका है। जो ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं, आखिरी तस्वीर गुरुवार रात की कैद हुई है।
रहवासी इलाके में शिकार का पहला मामला- साल 2022 में तेंदुए द्वारा ग्रामीणों के करीब 125 जानवरों का शिकार किया गया था। इस साल 5 महीने में ही 30 के करीब मामले सामने आ चुके हैं। रहवासी इलाके में बाघ ने किसी जानवर का शिकार किया है, यह 25-30 साल में पहला मामला है। शासन के नियम हैं कि मुर्गा-मुर्गी से लेकर गाय, भैंस, बकरी, बकरा सहित किसी भी जानवर का शिकार होता है तो उसका मुआवजा दिया जाता है।

शाम 5 बजे से तबेले में मवेशी, सर्चिंग अभी जारी रहेगी
मलेंडी में 150 मकान हैं। एक हजार के करीब आबादी है। ग्रामीण एहतियातन मवेशियों को शाम 5 बजे से ही तबेले में भेज देते हैं। उधर, डीएफओ नरेंद्र पंडवा के मुताबिक महू, मलेंडी सहित आसपास के गांवों में बाघ की सर्चिंग जारी रहेगी। बाघ के शरीर पर घाव होने पर टीम को बुलाया था। टीम ने फोटो देखकर अनुमान लगाया है कि उसके घाव भर रहे हैं।
[ad_2]
Source link