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भोपाल6 घंटे पहले

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गरीबी ऐसी की एक मां को अपने जान के टुकड़े को सहेली को देना पड़ा। वो भी इसलिए की वो उसका भरण पोषण नहीं कर पा रही थी। अपने बच्चे को अच्छी जिंदगी नहीं दे पाएगी इसी चिंता में उसने छह माह के दुधमुंहे बच्चे को सहेली को दे दिया। सहेली ने उसके बच्चे को अपने नि:संतान भाई को दिया। यह बात महिला अपने पति तक से छिपाए रखी। पति को गुमराह करती रही। अंदेशा होने पर पति बच्चे को लेकर पत्नी से सच बताने के लिए अड़ गया। तब महिला ने बच्चा चोरी हो जाने की झूठी कहानी रच डाली। पति-पत्नी ऐशबाग थाने पहुंचकर बच्चे की गुमशुदगी (अपहरण) का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने जब महिला से पूछताछ की तो सच सामने आया। महिला के बताए अनुसार पुलिस ने बच्चे को उसकी सहेली के भाई के घर से सकुशल बरामद कर परिजन को सौंप दिया।

पुलिस के मुताबिक ऐशबाग थाना इलाके के रोशनपुरा में एक यादव परिवार रहता है। दंपती के पांच बच्चे हैं। सबसे छोटा 6 माह का बेटा है। पति निजी काम करता है। जबकि महिला स्वसहायता समूह की सदस्य है। उसकी सहेली हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रहती है। वह भी उसी समूह से जुड़ी है, जिससे दोनों की पहचान हो गई। महिला ने सहेली को गर्भवती होने के समय बताया था कि मेरे चार बच्चे हैं, अब पांचवां हो रहा है। मैं कैसे खर्च चलाऊंगी? इतनी आमदनी नहीं है, जिससे उनका लालन-पालन हो सके।

इस पर सहेली ने उससे बोला कि अपना यह बच्चा मुझे दे देना। मेरे भाई की कोई संतान नहीं है। इस पर महिला राजी हो गई। पति को बिना बताए उसने 18 मार्च को अपने छोटे बच्चे को सहेली को दे दिया। काम के सिलसिले में पति अकसर बाहर रहता था। इसलिए घर एक-दो घंटे को आया और फिर चला गया। इस बीच उसने छोटे बच्चे के बारे में पूछा तो पत्नी ने कह दिया कि सो रहा है। इतना ही नहीं बहाना बनाकर पति को गुमराह करती रही।

पति से झगड़े के बाद बताया बच्चा चोरी हो गया
3 अप्रैल को पति दिनभर घर पर रहा। इस बीच उसने सबसे छोटे बच्चे के बारे में पूछा। पहले पत्नी उसे गुमराह करती रही। जब पति से उसका झगड़ा हो गया तो उसने बताया कि बच्चा चोरी हो गया। डांट-मार के डर से उसने यह बात छिपाई रखी। देर रात पति, उसे लेकर ऐशबाग थाने पहुंचा और बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

सहेली को सौंप दिया बच्चा
थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे के चोरी होने के बारे में जब उसकी मां से पूछा तो वह अपने बयान बार-बार बदलने लगी। पुलिस ने उस पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया तो उसने बच्चा सहेली को देना बताया। इसके बाद पुलिस ने सहेली का पता निकाला। पुलिस रात में ही सहेली के घर पहुंची और बच्चा बरामद किया। पुलिस ने बच्चे को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया।

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